हालहि में सोशल मीडिया पर के लड़की स्टोरी बहुत ज्यादा वायरल हो रही हैं. क्योंकि यह स्टोरी एक बिल्कुल सत्य घटना पर आधारित हैं. इस लड़कीं ने सपने तो बहुत बड़े-बड़े देखे थे लेकिन इनको साकार करने में पूरी तरह असमर्थ रही. वर्तमान में इस लड़कीं कि स्थिति ऐसी है कि यह रोड पर कचरा बिनती हैं. मतलब सीधे शब्दों में बोला जाए तो हालात हद से बत्तर हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि जो लड़की आईएएस ऑफ़सर बनना चाहती थी वह आज एक कचरा बीनने वाली कैसे बन गई. क्योंकि आईएएस बनने का सपना वही देखते हैं जो को पढ़ाई में होशियार हो और जिनकी मानसिक स्तिथि बहुत अच्छी हो. लेकिन ऐसा क्या हुआ इस लड़कीं के साथ जिसकी वजह से इस लड़कीं कि ऐसी हालत हो गई.
दो बार दिया था आईएएस का एग्जाम लेकिन फिर हो गया कुछ ऐसा
हम जिस लड़की की बात कर रहे है भारत के हैदराबाद राज्य की रहने वाली हैं. इस लड़कीं का नाम अनिता हैं. अनिता को बचपन से ही सिविल सर्विसेज की परीक्षा को क्रैक करना चाहती थी. अपने इस सपने को पूरा करने के लिए अनिता ने एक बहुत बड़ी कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर की पोस्ट को भी छोड़ दिया था. आपको बता दे कि अनिता ने आईएएस बनने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत और लगन की है. बात-चीत करने से पता चला है कि अनिता
दो बार आईएएस की परीक्षा दी थी लेकिन उसे पास करने में पूरी तरह असफल रही. अपनी इस असफलता का अनिता सामना नही कर पाई. एग्जाम मे फैल होने के बाद अनिता ने अपना पूरा मानसिक संतुलन खो दिया था. अनिता की हालत ऐसी हो गई कि उसने अपने घर तक छोड़ दिया. अनिता ने अपने घर को ही नही साथ ही हैदराबाद को भी छोड़ दिया. अनिता के घर वालो ने पुलिस में गुमशुदा की रिपोर्ट भी करवा दी. लेकिन कुछ भी पता नही चला.
हैदराबाद के बाद मिली सीधे उत्तर प्रदेश में कचरे के ढेर के पास
अनिता हैदराबाद से कब यूपी चली गई पता नही चला. अनिता को यूपी में एक कचरे के ढेर के पास देखा गया. वहा पर अनिता कचरे का पास पड़ी हुई रोटी खा रही थी. अनिता से वहाँ खड़े एक आदमी से पूछा कि तुम यह क्यों खा रहे हो. अनिता ने फूल अंग्रेजी में उसको जवाब दिया कि तुम्हे क्या मतलब. अनिता को अंग्रेजी को सुनकर वह हैरान में पड़ गई. उसने पुलिस को बुलाया , पुलिस भी उसकी बातें सुनकर बहुत ज्यादा हैरान हो गई.
पुलिस के एक हैडकांस्टेबल ने उसको समझाया ओर करीबी पागलखाने में उसको भेजा ताकि जल्दी से जल्दी उसका मानसिक संतुलन ठीक हो जाए. धीरे-धीरे अनिता का मानसिक संतुलन ठीक हुआ और पुलिस को उसके परिवार के बारे में ओर उसके सपनो के बारे में पता चला. पुलिस भी यह सब जानकर हैरान हो गई. इसलिए बोला जाता है असफलता से कभी हार नही माननी चाइए, बस मेहनत करते रहनी चाइए क्योंकि कभी न कभी सफ़लता जरूर मिलेगी.