भारत मे बोला जाता हैं कि घर का दीपक बेटे होते हैं. हमारे समाज मे लड़को को ही जुड़ा हमियत दी जाती हैं ओर बोलते हैं कि सपना देखने का हक़ सिर्फ बेटो को ही होता है ना कि बेटियो को. आज हम आपको उत्तर प्रदेश की एक ऐसी लड़की के बारे में बताएगे जिसने सपना भी वह देखा जो उसके पिता ने देखा था. आपको बता दे कि यूपी राज्य की रहने वाली इस लड़कीं के पिता आईपीएस बनना चाहते थे लेकिन किन्ही कारणों की वजह से वह नही बन पाए.
इस लड़कीं ने वही सपना देखा जो इसके पिता जी ने देखा था. अपने पिता का आईपीएस बनने का सपना साकार कर दिया. यूपी के इस व्यक्ति के लिए तो इसकी बेटी ही बेटे के बराबर हैं क्योंकि एक पिता अपने बेटे से उम्मीद रखता हैं कि वह उसका सपना पूरा करे लेकिन इस व्यक्ति के लिए इसकी बेटी ही इसका दीपक हैं क्योंकि इस लड़कीं ने बहुत मेहनत और परिश्रम करके अपने पिता के आईपीएस बनने के सपने को पूरा किया हैं.
12वी पास करने के बाद बताया पिता को की बनना हैं आईपीएस अधिकारी , पिता ने किया ऐसा बर्ताव जिसे जानकर आप हो जाओगे हैरान
हम जिस लड़की की बात कर रहे हैं वह उत्तर प्रदेश के रोबेर्टगंज की रहने वाली हैं. इस लड़कीं का नाम साक्षी गर्ग हैं. साक्षी के पिता कृष्ण कुमार गर्ग रोबेर्टगंज में ही एक बुसिंनेस मेंन हैं. आपको एक बात बता दे की साक्षी बचपन से ही होशियार बच्चो की गिनती में आती थी. ऐसा इसलिए क्योंकि साक्षी ने 10वी ओर 12वी कक्षा में बहुत अच्छे अंक प्राप्त किए थे. 12वी कक्षा पास करने के बाद से ही साक्षी चुप-चाप आईपीएस ऑफिसर की तैयारी में लग गई. साक्षी ने B.A से ग्रेजुएशन पूरी की. पढ़ाई पूरी होने के बाद साक्षी ने अपने पिता कृष्ण कुमार से कहा कि मुझे एक आईपीएस ऑफिसर बनना हैं ओर इसके लिए मुझे पढ़ाई करने दिल्ली जाना है.
साक्षी के पिता यह बात सुनकर बहुत ज्यादा खुश हो गए और अपनी बेटी साक्षी को सीने से लगा लिया था. पिता कृष्ण कुमार ने साक्षी को बोला कि बेटी मेरा भी एक आईपीएस अधिकारी बनने का ही सपना था लेकिन हालातो की वजह से वह पूरा नही हो पाया. साक्षी के पिता ने उसे आईपीएस की पढ़ाई के लिए दिल्ली भेजा. आपको बता दे कि साक्षी ने अपने पिता को निराश नही किया और उनके आईपीएस बनने के सपने को साल 2018 में साबित कर दिया. साक्षी साल 2018 की आईपीएस एग्जाम में पास हुई स्टुडेंट हैं. साक्षी ने 2018 में आईपीएस की परीक्षा को क्रैक किया और अपने साथ-साथ अपने पिता का भी सपना पूरा किया.